Corti Creare
तुम जानते हो? जापान अब “चलते कदमों” से बिजली बना रहा है! ⚡ जापान में अब ऐसी पाइज़ोइलेक्ट्रिक (Piezoelectric) टाइलें लगाई जा रही हैं, जो तुम्हारे हर कदम से पैदा होने वाली ऊर्जा को बिजली में बदल देती हैं! 🔋 जब लोग इन टाइलों पर चलते हैं, तो उनका वजन और हलचल टाइलों पर दबाव डालता है, जिससे टाइल हल्के से झुकती है और मैकेनिकल स्ट्रेस पैदा होता है। टाइल के अंदर मौजूद खास पदार्थ इस दबाव को इलेक्ट्रिक चार्ज में बदल देते हैं। ⚙️ हर कदम से थोड़ी-थोड़ी बिजली बनती है, लेकिन जब लाखों लोग रोज़ चलते हैं — जैसे कि टोक्यो के शिबुया स्टेशन पर (जहाँ रोज़ 24 लाख से ज़्यादा कदम पड़ते हैं!) — तो इतनी ऊर्जा बन जाती है कि उससे LED लाइट्स, डिस्प्ले और सेंसर तक चलाए जा सकते हैं! 💡 🌱 ये टेक्नोलॉजी दिखाती है कि भविष्य का शहर हर कदम से “चार्ज” होगा!” सोचो — अगर हमारे शहरों में भी ऐसी टाइलें लगें, तो क्या हम अपनी चाल से ही बिजली बना सकते हैं? ⚡ #जापान #तकनीक #नवाचार #ग्रीनएनर्जी #भविष्यकीतकनीक #ज्ञान #आपजानतेहैंक्या #टेकफैक्ट्स #सस्टेनेबलएनर्जी #इन्वेंशन #ट्रेंडिंग 日本利用压电瓷砖将脚步转化为电能。这些瓷砖捕捉来自你脚步的动能。当你行走时,你的重量和动作会对瓷砖
“मेहरानगढ़ हवेली की लौटती आहटें”
राजस्थान की सीमा पर स्थित सदियों पुरानी मेहरानगढ़ हवेली आज भी अपने भीतर एक ऐसा राज छुपाए बैठी है, जिसका आतंक समय के साथ और गहरा होता जा रहा है। महारानी चारुलता, जो 120 साल पहले रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थीं, कहा जाता है कि अब भी हवेली में लौटने वाले कदमों की तरह भटकती हैं।
जब शहर से आए तीन साहसी लोग—आकाश, विधि और सौरभ—हवेली के अंदर कदम रखते हैं, तो वे एक ऐसे भयावह रहस्य में फंस जाते हैं जिसे समझना इंसानी बस की बात नहीं। खाली सीढ़ियों पर गूंजते ऊँची एड़ी की आवाज़ें, बिना बिजली के जल उठता झूमर, और सीढ़ियों पर धीरे-धीरे उतरती एक अदृश्य महिला की परछाईं…
क्या महारानी चारुलता वास्तव में वापस आ चुकी हैं?
और अगर हाँ—तो तीनों पर्यटक अब कहाँ हैं?
अगली सुबह हवेली शांत थी, पर सीढ़ियों पर तीन नए कदमों के निशान थे…
मानो कोई अभी-अभी हवेली में दाख़िल हुआ हो—और वापस कभी न लौटा हो।
एक सिहरन भरी कहानी, जहाँ हर कदम पर मौत नहीं… बल्कि किसी की वापसी छिपी है।


